श्री सनातन धर्म सभा कौशलपुरी कानपुर, कानपुर महानगर की एक प्रतिष्ठित, शैक्षिक, धार्मिक तथा सामाजिक संस्था है। अगस्त 1947 में देश के दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन की विभीषिका झेलकर आये विस्थापितों ने यहाँ के स्थानीय निवासियों के सहयोग से वर्ष 1949 में सभा का विधिवत गठन कर वर्ष 1950 में उपनिबन्धक फर्म्स सोसायटी एवं चिट्स, कानपुर के यहां पंजीकरण करा लिया। सभा का पंजीकरण क्रमांक 69/1950-51 है। सभा का उद्देश्य धर्म के प्रचार, प्रसार तथा श्रेष्ठ सनातन परंपराओं की रक्षा तथा समाज सेवा है।
गोलोकवासी श्री गोपीनाथ जी खण्डेलवाल की प्रेरणा से दानवीर श्री लक्ष्मीनारायण जी गौड़ से 600 वर्ग गज का भूखण्ड दान में प्राप्त कर धार्मिक गतिविधियों के लिए सभा द्वारा मंदिर की स्थापना की गई, जिसमें संस्थापक व्यास पंडित बिहारी लाल जी का महत्वपूर्ण योगदान था।
सभा अपने स्थापना काल से ही श्री पंजाब मित्र मण्डल के सहयोग से एक धमार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय संचालित कर रही है, जिसमें आज भी मात्र रू० 1/- प्रतिदिन पर चिकित्सकीय परामर्श तथा औषधियाँ दी जा रहीं हैं। मंदिर में नित्य सत्संग प्रवचन के कार्यक्रम संचालित होते हैं जिसमें समय-समय पर संतों, विद्वानों के प्रवचन भी आयोजित किये जाते हैं।
सभा ने वर्ष 1972 से शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश किया और वर्तमान में सभा 4 विद्यालय संचालित कर रही है। चार में से दो विद्यालय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद से मान्यता प्राप्त है। एक विद्यालय श्री सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्यालय 'इण्टर कालेज' कक्षा 6 से कक्षा 12 तक केवल बालिकाओं की शिक्षा के लिए मान्यता प्राप्त है, जिसमें लगभग 700 बालिकाएं शिक्षा प्राप्त कर रहीं हैं।
चौथा विद्यालय श्री सनातन धर्म एजूकेशन सेन्टर केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई, नई दिल्ली) कक्षा 1 से कक्षा 12 तक अंग्रेजी माध्यम से सह-शिक्षा के लिए, मान्यता प्राप्त है, इसमें लगभग 3000 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस प्रकार सभा द्वारा संचालित चार विद्यालयों में लगभग 5000 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
तीसरा विद्यालय श्री सनातन धर्म प्राइमरी स्कूल उत्तर प्रदेश सरकार के प्राथमिक शिक्षा विभाग (बी.एस.ए.) से कक्षा 1 से 5 तक सह शिक्षा के लिए मान्यता प्राप्त है। जिसमें लगभग 600 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
दूसरा विद्यालय श्री सनातन धर्म पब्लिक स्कूल कक्षा १ से १२ तक सह शिक्षा का मान्यता प्राप्त विद्यालय है जिसमें लगभग ६०० बालक एवं बालिकाएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
सभा ने सामाजिक सेवा के कर्तव्य निर्वाहन के क्रम में वर्ष 2019 में चिकित्सा के क्षेत्र में श्री सनातन धर्म धमार्थ चिकित्सालय की स्थापना की जिसमें चिकित्सा परामर्श, फिजियोथेरेपी एवं डायलिसिस केन्द्र संचालित हैं। मात्र रू० 50/- में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ऐलोपैथिक चिकित्सा के परामर्श की सुविधा उपलब्ध है। सप्ताह में उपरोक्त चिकित्सालय में 18-20 चिकित्सक विभिन्न समय पर आधुनिक उपकरणों की सहायता से परीक्षण कर परामर्श दे रहे हैं।
चिकित्सालय में आधुनिक उपकरणों की सहायता से रियायती दरों पर फिजियोथेरेपी की सुविधा प्रातः 9 बजे से सांय 7 बजे तक उपलब्ध हैं।
डायलिसिस केन्द्र में गुर्दा रोगियों के लिए गुर्दा रोग विशेषज्ञों की देखरेख में मात्र रू० 999/- में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है।